सलाम दोस्तों! आज एक ऐसे विषय पर लिख रही हूँ कि शायद सभी को ऐसा लगे कि ये उनके बारे में ही लिखा गया हो जैसे। दोस्तों मैं चाहूंगी कि ये पढ़ने के बाद आप सभी अपने अनुभव और राय जरूर दें।
दोस्तों! बात कुछ ऐसी है कि अचानक किसी का मिल जाना, मिलकर फिर बिछड़ जाना और हज़ारों यादें दे जाना।
पढ़ने में आसान था न?
पर असल जिंदगी में बहुत मुश्किल है इन दो वाक्यों के बीच की दूरी तय कर पाना। जि़दगी के उस मोड़ पर जहाँ हम अकेले सब खुद कर सकते हैं तब हमें कोई मिल जाता है। न! लड़कियों ये मत सोचना कि किसी लड़के की ही बात कर रही हूँ और लड़को ये मत सोचना कि किसी लड़की की ही बात कर रही हूँ। वो कोई भी हो सकता है। कोई दोस्त, सहपाठी, या फिर कोई अनजान ही। हमें जीवन में अक्सर जब हम अकेले ही मस्ती से जी रहे होते हैं तब कोई आकर हमे अपनी आदत डाल देता है। हम हर एक बात के लिए उस पर निर्भर हो जाते हैं। हमारे खान-पान से लेकर हम कहाँ जाते हैं, किससे मिलते हैं, सब कुछ उन्हें पता होता है। और तो और हमारी पसंद-नापसन्द भी बदल जाती है। (कुछ लोग इसे बर्बाद होना भी कहते हैं) मगर फिर भी हम खुशी खुशी बदल जाते हैं।
अब शुरू होती है असल कहानी!
हम आपसी सहमति से या किसी दबाव में आने लगते हैं। फिर एक दिन ये खूबसूरत रिश्ता टूट जाता है। वजह कुछ भी हो साहब! दर्द बहुत होता है। खैर अब रह जाती हैं -यादें जो चाह कर भी सुकून से नहीं जीने देती। वो इन्सान हमसे बहुत दूर चला जाता है। इतना दूर कि शायद जो कभी एक आवाज़ से हमारी उदासी पहचान जाता था, अब हमारी सिसकियां भी नहीं सुन सकता। कभी हम जिसकी जिंदगी की फर्स्ट प्रायोरिटी होते हैं, आज उसे ही हमारी बातें बेसिर-पैर की लगने लगती हैं। ये रोज़ होता है, हर किसी के साथ होता है।पर क्या करें, ये दुखड़ा भी तो ऐसा है कि कोई इसे नहीं समझ सकता,सुनाना बेकार है।इसलिए मेरी सलाह यही है कि ऐसे रिश्ते में जुड़ने से पहले हज़ार बार सोच लें और फिर भी अगर गलती हो जाए तो जितनी जल्दी हो सके भूलने की कोशिश करें और अपनी ज़िंदगी की गाड़ी पटरी पर ले आयें।
मैंने समझने की कोशिश की है, बाकी आप लोग बताएं कि कितनी सफल हूँ।
@उड़ान
Very true and you succeed in expressing it in words imposingly.
जवाब देंहटाएंThank you for such contents. 🤗
Thank you
हटाएंAcha likhti ho huma aap
जवाब देंहटाएंThank you
हटाएंTrueeee!!
जवाब देंहटाएंThank you
हटाएंSo true.. Sach me aisa laga jaise sab mere hi baare me tha.. Tumne sacchai baya ki hai aur bhot sahi likha hai.. Keep writing Huma all the best 👍
जवाब देंहटाएंThank you aishwarya
हटाएंSo true . It really happens with us
जवाब देंहटाएंThank you
हटाएंTrue miss...
जवाब देंहटाएंEveryone suffer from this condition once in a life..
True depection of thought
जवाब देंहटाएंBahut khub likha
जवाब देंहटाएंWaw amezing
जवाब देंहटाएंVery nice
जवाब देंहटाएं